Tuesday, April 5, 2022

Learn Sanskrit – Video Class – 49/120 - कार्य प्रदास्य मूलं रूप द्वितीया विभक्ति अस्ति - अकारत: नपुंसकलिंग आकारत: स्त्रीलिंग (Kary pridasy mulam rupam dvitiya vibhakti asti)

द्वितीया विभक्ति | 

बहुवचन 
राधा सन्धिन् पठति | = राधा संबदे पडती है | 
गोपालः साधून् पुछति | = गोपाल साधुये से पूछता है | 
भोजः कविन् शामयति | = कवीये कठिनाई बसा है | 
राधा मुनीन् नमति | = राधा मनने मोर लेती है | 
सः साधून् पुछति | = वह साधुये से पूछती है | 

ऋकारत: इकारत: शब्दानं द्वितीया विभक्ति |

ऋकारत: इकारत: शब्दानं द्वितीया विभक्ति |
प्रथमा विभक्ति                                                                द्वितीया विभक्ति |                                
सन्धि: = संबद                                                                        सन्धिम् - सन्धि - सन्धिन् = संबदे                                
मुनी: = ऋषि                                                                          मुनीम् - मुनी - मुनीन् = ऋषिये                              
जन्तु: = जीवित प्राणी                                                              जन्तुम् - जन्तु - जन्तुन् = जीवित प्राणीये   
साधु: = साधु                                                                         साधुम् - साधु - साधुन् = साधुये                               
पशु: = जानवर                                                                       पशुम् - पशु - पशुन् = जानवरों                      

कार्य प्रदास्य मूलं रूप द्वितीया विभक्ति अस्ति | 

त्वा प्रत्यन्तानि रूपाणि |
अहं पाठं पठित्वा शालां गच्छामि | = मै पाठ पठते दुकान जाते है | 
अहं जलम् पिबित्वा निद्रां करोमि | = मै पानी पीते सोते है | 
गोबिन्दः पाठं जानित्वा लिखामि | = गोबिन्द पाठ जानकर लिखता है | 
अहं गितं सुनित्वा नृत्यं करोमि | = मै गाना सुनकर डांस करते है 
सः पाठं पठीत्वा क्रीडति | = वह पाठ पडकर खेलता है | 

बहुवचन 
सः पाठन् पठित्वा विधालयम् गच्छति | सः पाठे पडकर स्कूल जाता है | 
कोषाण नीत्वा ग्रन्थालये स्थापयति | = धने लेकर पुस्तकालये बना रहे है | 
आपनान् गत्वा वस्तुनि आनयति | = दुकान जा कर कपड़ा खरीद लाया हु | 
कार्यलयान गत्वा वदति | = काम मे जा कर बोलूंगा | 
कवि: लेखान् लिखित्वा वितरणं करोति | = कवी कहानी लिखकर वाट रहा है | 

अकारत: नपुंसकलिंग कारत: स्त्रीलिंग शब्दानं द्वितीया विभक्ति |

अकारत: नपुंसकलिंग आकारत: स्त्रीलिंग शब्दानं द्वितीया विभक्ति |

त्वा परित्यक्तः द्वितीया विभक्ति | 

एकवचन 
सः वातं श्रुत्वा वदति | = वह बात सुनकर बोलता है | 
सेबकः वाटिकाम् गत्वा कार्यम् करोति | = सेबक वाटिका जा कर काम करता है 
सः पत्रिकाम् पठित्वा स्थापयति | = वह पत्र पढ कर रख देता है | 
सीता मालाम् कृत्वा आगच्छति | = सीता माला खरीदकर आ गई है | 
सः कार्यम् कृत्वा गच्छयति | = वह काम करने जाता है |  

बहुवचन 
सः वाता: श्रुत्वा वदति | = वह बात सुनकर बोलते है   
सेबकः वाटिका: गत्वा कार्यम् करोति | = सेबक वाटिके जा कर काम करते है 
सः पत्रिका: पठित्वा स्थापयति | = वह पत्रे पढ कर रख देते है | 
सीता माला: कृत्वा आगच्छति | = सीता माले खरीदकर आ गये है | 
सः कार्यानि कृत्वा गच्छयति | = वह काम करने जाते है |  

In this post we are discussing how to use Kary pridasy mulam rupam dvitiya vibhakti asti, Varna etc. This one is an video classes by just watching videos you can learn to speak in Sanskrit language without any difficulty  

No comments:

Post a Comment